नागरिक कानून (Civil Law) हर एक संवैधानिक देश का कानूनन सबसे महत्वपूर्ण और सबसे योग्य कानून में से एक है।
नागरिक कानून में कुछ बहुत ज़रुरी नियम, प्रक्रिया, रेगुलेशन, न्यायिक मिसालों को शामिल किया गया हैं जिनकी मदद से गैर-आपराधिक विवादों को हल किया जाता हैं।
आज के समय में बहुत से लोगो के बीच विवाद देखने को मिलता हैं जो किन्ही दो व्यक्ति या दो संगठन के बीच हो सकता हैं जिसकी वजह से कई समस्या पैदा हो जाती हैं जैसे कि- सामान्य मुद्दे, निजी मामले, विवाह संघर्ष आदि देखने के लिए मिलते हैं।
यदि आप भी सिविल लॉ के बारे में नहीं जानते हैं तो यह पेज आपके लिए ही बना हैं इस article को पूरा पड़ कर आप इसके बारे में जानकारी ले सकते हैं तो आइये शुरू करते हैं।
नागरिक कानून के कार्य:
नागरिक कानून मुख्य रूप से विवाद और मतभेदों को हल करवाता हैं।
जैसे कि अगर किन्ही दो परिवारों के बीच आपसी मतभेद हैं या किन्ही दो संगठन के बीच कोई विवाद हैं तो सिविल लॉ इन आपसी मतभेदों और विवाद को हल करवाकर पीड़ित को मुआवजा दिलाने का काम करता हैं।
यह बिल्कुल आपराधिक कानून से उल्टा हैं।
जहाँ आपराधिक कानून में आरोपी को सजा दिलवाई दिलाई जाती हैं लेकिन यह पीड़ितों को मुआवजा दिलाने पर मुख्य रूप से ध्यान देता हैं हमारे देश में बहुत सी सिविल लॉ कोर्ट हैं जो वकील और न्यायधीश की मदद से नागरिक मामले लेते हैं और उनको हल करते हैं।
उदाहरण के लिए
- यदि एक कार का मालिक दुर्घटना में कार के नुकसान की भरपाई करने के लिए ड्राईवर पर केस कर दें।
- अगर कोई कंपनी दूसरी कंपनी के ख़िलाफ़ ख़राब उत्पाद भेजने या सौदे के वक्त गलत दावे करने पर सिविल मुकदमा दर्ज कर दे।
- और यदि पत्नी अपने पति और उसके परिवार के ख़िलाफ़ गलत व्यवहार के लिए एक सिविल सूट दायर करती है।
सिविल लॉ क्या-क्या कवर करती हैं?
सबसे कॉमन और महत्वपूर्ण लॉ होने की वजह से सिविल लॉ प्रतिदिन होने वाले बहुत तरह के मामलो को कवर करता हैं सिविल लॉ का दायरा बहुत बड़ा हैं और इसमें निचे दिए गए क्षेत्र शामिल हैं।
रियल एस्टेट कानून:
किसी भी प्रॉपर्टी से जुड़े विवाद, ज़मीनी विवाद, मकान की बिक्री और खरीददारी, मकानमालिक की समस्या या उत्पीड़न से जुडी कोई भी समस्या रियल एस्टेट कानून के अन्दर आता हैं।
व्यवसाय या वाणिज्यिक कानून:
बी 2 बी संगठनों, धोखाधड़ी, कर्मचारी-नियोक्ता शिकायतों, कर्मचारी उत्पीड़न या और किसी बिज़नेस से जुड़े विवाद, सभी संबंधित व्यावसायिक नैतिकता कानून के अन्दर आते हैं।
शिक्षा कानून:
शिक्षा से जुड़े कोई भी मामले जैसे कि छात्र-शिक्षक शिकायत, शैक्षिक संगठनों का झूठा पंजीकरण, शैक्षिक फर्मों द्वारा किसी भी तरह का धोखा आदि सभी शिक्षा कानून के अंतर्गत आते हैं।
इसी के साथ-साथ Right to Education भी इसी कानून में आता हैं।
उपभोक्ता कानून:
उपभोक्ता कानून (Consumer Law) में कस्टमर से जुड़े सभी मामले जैसे बाज़ार रेट से ज्यादा किसी वस्तु का मूल्य, सहमति वाले उत्पादों की पूर्ति आदि इस कानून के अंतर्गत आते हैं।
कर (Tax) कानून:
अगर कोई व्यक्ति टैक्स रेट से संतुन्ष्ट नहीं हैं तो वह कर कानून के अंतर्गत केस फाइल कर सकता हैं।
टैक्स से जुड़ा हर मामला जैसे जीएसटी (GST) के आवेदन और अन्य कर, सरकार के अनुसार अनुचित टैक्स वसूलना इसी के कानून के अंदर आता है।
मनोरंजन कानून:
मनोरंजन से जुड़े हर केस इसी कानून के अंतर्गत आते हैं फिर चाहे वह किसी फिल्म, TV सीरियल या किसी न्यूज़ मीडिया का मामला हो।
कॉन्ट्रैक्ट लॉ:
अगर किन्ही दो पक्ष के बीच कोई कॉन्ट्रैक्ट फाइनल होना हैं या किसी कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा कोई धोखा या नियम तोड़ने का मामला हो तो ये सब कॉन्ट्रैक्ट कानून के अन्दर आता हैं।
प्रशासनिक कानून:
इस कानून में नियम, विज्ञापन से जुड़े मामले वकीलों द्वारा लिए जाते हैं।
खेल कानून:
एथलीट या खिलाड़ी के द्वारा खेले गए खेल से जुड़े मामले या खेल से संबंधित सभी मामले खेल कानून के अंतर्गत ही आते हैं।
यदि किसी खिलाड़ी को किसी नियम या अपने कोच से कोई आपत्ति हैं तो वह इसी कानून के अंतर्गत उस पर केस कर सकता हैं।
निष्कर्ष
हम आशा करते हैं कि आप सिविल लॉ से जुडी सभी ज़रूरी जानकारी ले चुके हैं।
यदि आप इससे जुडी और जानकारी लेना चाहते हैं तो हमारे पेज पर दिए गए फॉर्म को भरे हमारे एक्सपर्ट्स आपसे तुरंत जुड़ेंगे और आपको और आधिक जानकारी देंगे।